पटना, २० नवंबर,२०१६ । बिहारअंगिका अकादमी को अब तक अपना ऑफिस नसीब नहीं हुआ है। 13 अक्टूबर 2016 को डीबी स्टार में खबर फाइलमें अकादमी, रोड पर अध्यक्ष प्रकाशितहोने के बाद देवशील को अकादमी में निदेशक सह सचिव प्रतिनियुक्त किया गया है। 11 लाख का ड्राफ्ट भी अकादमी को मिल गया है। अब निदेशक सह सचिव अध्यक्ष के नाम से खाता खुलेगा और फिर चेक से पेमेंट होगा। अध्यक्ष को कुछ दिनों में बकाए मानदेय का भुगतान हो जाएगा। इस सब के बावजूद अब तक अकादमी को कार्यालय उपलब्ध नहीं कराया गया है।
बिहार अंगिका अकादमी के अध्यक्ष लखन लाल आरोही ने 06 अप्रैल को शिक्षा मंत्री को पत्र लिख कर कार्यालय उपलब्ध कराने की मांग की है। पत्र में उन्होंने कहा है कि अंगिका अकादमी का गठन हुए दो साल हो चुके हैं लेकिन अब तक कार्यालय संचालन के लिए विभाग से कार्यालय उपलब्ध नहीं कराया गया है। कार्यालय के अभाव में वे सड़क और सचिवालय के गलियारों में घूम रहे हैं। सवाल उठाते हुए अध्यक्ष ने कहा है कि इसे विभागीय उपेक्षा, उदासीनता और संवेदनहीनता के सिवा और क्या कहा जा सकता है? लिखा है कि अकादमी की इस बदहाली से अंगिकाभाषियों में सरकार की छवि प्रभावित हो रही है।
(Source : https://www.bhaskar.com/news/BIH-PAT-HMU-MAT-latest-patna-news-020003-1410550-NOR.html)
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