गोड्डा, १२जून,२०१७ । अंगिका साहित्य कला मंच झारखण्ड प्रदेश के तत्वावधान में अडानी फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रिय महाधिवेशन के दुसरे दिन रविवार को हिन्दी के विकास में जनपदीय भाषाओं का योगदान” विषयक परिचर्चा की अध्यक्षता करते हुए प्रो. मनमोहन मिश्र ने कहा कि अंगिका सबसे सामर्थ्यवान भाषा है।
परिचर्चा में मुख्य रूप से डा. अचल भारती, डा. अनिरुद्ध प्रसाद विमल, राहुल सिवाय, अश्विनीजी, सुधीर प्रोग्रामर, हीरा प्रसाद हरेंद्र एवं कैलाश बिहारी शामिल हुए। कार्यक्रम का संचालन ओम प्रकाश मंडल ने किया। कार्यक्रम के दौरान जहां ज्ञान स्टडी सर्कल के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी वहीं ओम प्रकाश मण्डल द्वारा रची दो पुस्तक सत्संग गढ़ एवं गुरुसेवी भगीरथ चरित का लोकार्पण हुआ।
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में साहित्य के अलावा समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वालों को विभिन्न उपाधियों व सम्मान से अंग वस्त्र के साथ प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पूर्व विधायक प्रशांत कुमार, मंच के प्रदेश अध्यक्ष डा. कयूम अंसारी, महासचिव प्रदीप प्रभात, नपं अध्यक्ष अजीत सिंह, लोकमंच सचिव सर्वजीत झा, क्षेत्रीय अध्यक्ष राधेश्याम चौधरी, प्रवक्ता सुरजीत झा, कोषाध्यक्ष अनुपलाल बग्वै, कार्यकारी सचिव ब्रह्मदेव कुमार, सह कोषाध्यक्ष मनोज कुमार राही सहित बड़ी संख्या में साहित्यकार एवं साहित्यप्रेमी उपस्थित थे। द्वितीय सत्र की अध्यक्षता नपं अध्यक्ष श्री सिंह ने की। वक्ताओं ने अडानी फाउंडेशन के योगदान की मुक्तकंठ से प्रशंसा की।
(http://www.gramsamachar.com/godda/local/jharkhand-news-hindi-1352/)
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