पटना,२३ जून,२०१५ । अंगिका भाषा के विकास और संरक्षण के लिए जल्द अकादमी का गठन किया जाएगा। शिक्षा विभाग ने इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर लिया है। जल्द ही इस प्रस्ताव पर कैबिनेट की स्वीकृति ली जाएगी। कैबिनेट की स्वीकृति के बाद इसके गठन का आदेश जारी कर दिया जाएगा। यह भाषा मुख्य रूप से भागलपुर, बेगूसराय, खगड़िया और मुंगेर आदि जिलों में बोली जाती है। चुनावी वर्ष में इस भाषा की अकादमी का गठन राजनीतिक कारणों से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बिहार के बड़े क्षेत्र में लोग इस भाषा को बोलते हैं। अंगिका भाषा अकादमी के लिए सात पदों का सृजित किए जाएंगे। इनमें अध्यक्ष, निदेशक सह सचिव और सहायक निदेशक का एक-एक पद होंगे। अन्य चार पद होंगे। यह नौवीं भाषायी अकादमी होगी। इनमें संस्कृत, मगही, भोजपुरी, मैथिली, बांग्ला, हिंदी ग्रंथ, दक्षिण भारतीय भाषा और उर्दू अकादमी शामिल हैं।
प्रस्ताव तैयार कैबिनेट से ली जाएगी स्वीकृति
(Source :https://www.bhaskar.com/news/BIH-PAT-HMU-MAT-latest-patna-news-030002-2119745-NOR.html)
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.